यह ब्लॉग खोजें
Paisa Blueprint
Paisa Blueprint पर स्टॉक मार्केट, म्यूचुअल फंड, SIP, और व्यक्तिगत वित्त को सरल हिंदी में सीखें। हम आपको पैसे से पैसा बनाने का सही रास्ता दिखाते हैं।
प्रदर्शित
- लिंक पाएं
- X
- ईमेल
- दूसरे ऐप
बजट कैसे बनाएं? हमने ₹50,000 की सैलरी का पूरा बजट बनाकर दिखाया (गाइड)
बजट कैसे बनाएं? हमने ₹50,000 की सैलरी का पूरा बजट बनाकर दिखाया (गाइड)

मिलिए राहुल से। 28 साल का, मेहनती प्रोफेशनल, जिसकी इन-हैंड सैलरी ₹50,000 प्रति माह है। राहुल की समस्या वही है जो शायद आपकी भी है - महीने के अंत में उसके पास भी पैसे नहीं बचते। उसे लगता है कि बजट बनाना मतलब जिंदगी से मज़ा खत्म कर देना।
इस गाइड में, हम राहुल के साथ मिलकर उसका पूरा महीने का बजट बनाएंगे, स्टेप-बाय-स्टेप। आप देखेंगे कि कैसे बजट ने उसे कंजूस नहीं, बल्कि आर्थिक रूप से आज़ाद बनाया। यह सिर्फ एक लेख नहीं, यह एक प्रैक्टिकल वर्कशॉप है जो आपके हर सवाल का जवाब देगी।
50/30/20 नियम क्या है? आपके पैसों के लिए 3 गोल्डन जार
यह आपकी टेक-होम सैलरी को तीन भागों में बांटने का एक सरल फ्रेमवर्क है।
हर कैटेगरी को गहराई से समझें

1. 50% ज़रूरतों पर (Needs): वे खर्चे जिनके बिना जीवन नहीं चल सकता
यह आपके बजट का सबसे बड़ा और सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसमें वे सभी खर्चे आते हैं जो आपके जीवन जीने के लिए अनिवार्य हैं।
- घर का किराया या होम लोन की EMI
- राशन और ग्रोसरी
- यूटिलिटी बिल्स: बिजली, पानी, गैस, और इंटरनेट का बिल
- ट्रांसपोर्ट: काम पर आने-जाने का खर्च
- इंश्योरेंस का प्रीमियम (हेल्थ और टर्म)
2. 30% इच्छाओं पर (Wants): वे खर्चे जो जीवन को मनोरंजक बनाते हैं
यह वह कैटेगरी है जो आपकी लाइफस्टाइल को दर्शाती है। ये खर्चे ज़रूरी नहीं हैं, लेकिन ये आपके जीवन में खुशी और मनोरंजन लाते हैं।
- मनोरंजन: मूवी, नेटफ्लिक्स, आदि
- बाहर खाना और घूमना-फिरना
- शॉपिंग: गैर-ज़रूरी कपड़े, जूते, और गैजेट्स
- हॉबी और जिम
3. 20% बचत और निवेश पर (Savings & Investments): वह हिस्सा जो आपका भविष्य बनाएगा
यह आपके बजट का सबसे शक्तिशाली हिस्सा है। यह वह पैसा है जो आपके भविष्य के लिए काम करेगा।
- इमरजेंसी फंड बनाना
- कर्ज चुकाना (EMI के अलावा)
- रिटायरमेंट प्लानिंग (PPF, NPS)
- निवेश (म्यूचुअल फंड में SIP, स्टॉक मार्केट)
एक्शन प्लान: चलिए राहुल का बजट बनाते हैं
स्टेप 1: राहुल की सैलरी और लक्ष्य
राहुल की इन-हैंड सैलरी है ₹50,000। 50/30/20 नियम के अनुसार उसका लक्ष्य है:
- ज़रूरतें (50%): ₹25,000
- इच्छाएँ (30%): ₹15,000
- बचत (20%): ₹10,000
स्टेप 2: राहुल के बजट का ब्लूप्रिंट
यह रहा राहुल का पूरा बजट ब्लूप्रिंट:
कैटेगरी (लक्ष्य) | आइटम | खर्च (₹) |
---|---|---|
50% ज़रूरतें (Needs) - लक्ष्य: ₹25,000 | ||
घर का किराया | 12,000 | |
राशन और ग्रोसरी | 5,000 | |
बिजली/पानी/इंटरनेट बिल | 2,500 | |
आने-जाने का खर्च (Transport) | 2,000 | |
कुल ज़रूरतों का खर्च: | ₹21,500 | |
30% इच्छाएँ (Wants) - लक्ष्य: ₹15,000 | ||
बाहर खाना / Zomato | 4,000 | |
शॉपिंग (कपड़े/गैजेट्स) | 3,000 | |
मनोरंजन (Netflix, मूवी) | 1,000 | |
घूमना / वीकेंड ट्रिप | 4,000 | |
कुल इच्छाओं का खर्च: | ₹12,000 | |
20% बचत और निवेश (Savings) - लक्ष्य: ₹10,000 | ||
इमरजेंसी फंड | 3,000 | |
इंडेक्स फंड में SIP | 5,000 | |
PPF (रिटायरमेंट) | 2,000 | |
कुल बचत: | ₹10,000 |
विश्लेषण: राहुल का बजट पूरी तरह से संतुलित है। वह अपनी ज़रूरतों और इच्छाओं को पूरा करते हुए अपने भविष्य के लिए भी अच्छी बचत कर रहा है।
क्या यह नियम हर किसी के लिए है?
नहीं। 50/30/20 नियम एक बेहतरीन शुरुआत है, लेकिन यह हर किसी के लिए परफेक्ट नहीं है:
• कम आय वालों के लिए: अगर आपकी आय कम है, तो हो सकता है आपकी ज़रूरतें ही 70-80% हों। ऐसे में, आपका लक्ष्य 10% बचत करना भी एक बड़ी जीत है।
• ज़्यादा कर्ज वालों के लिए: अगर आप पर बहुत ज़्यादा कर्ज है, तो आपको अपनी इच्छाओं को 10-15% पर लाकर बाकी पैसा कर्ज चुकाने में लगाना चाहिए।
खुद के प्रति ईमानदार रहें और इस नियम को अपनी स्थिति के अनुसार बदलें।
आपका व्यक्तिगत 50/30/20 बजट कैलकुलेटर
निष्कर्ष: बजट से आज़ादी की ओर पहला कदम
राहुल की तरह, आप भी अपने खर्चों को समझकर और एक प्लान बनाकर अपने पैसों के बॉस बन सकते हैं। 50/30/20 नियम एक बेहतरीन शुरुआती बिंदु है।
याद रखें, महत्वपूर्ण यह है कि आप एक प्लान बनाएं और उस पर टिके रहने की कोशिश करें। आपका आर्थिक भविष्य आज के छोटे-छोटे सही फैसलों से ही बनेगा।
आपके सवाल, हमारे जवाब (FAQs)
1. अगर मेरी आय हर महीने बदलती है तो मैं बजट कैसे बनाऊं?
अगर आप एक फ्रीलांसर या व्यापारी हैं, तो अपनी पिछले 6 महीनों की औसत आय (Average Income) के आधार पर बजट बनाएं।
2. 50/30/20 नियम किस आय पर लागू होता है - Gross या In-hand?
यह नियम हमेशा आपकी इन-हैंड सैलरी (Take-home salary) पर लागू होता है, यानी वह पैसा जो टैक्स और अन्य कटौतियों के बाद आपके बैंक अकाउंट में आता है।
- लिंक पाएं
- X
- ईमेल
- दूसरे ऐप
लोकप्रिय पोस्ट
म्यूचुअल फंड क्या है? शुरुआती लोगों के लिए संपूर्ण गाइड (2025)
- लिंक पाएं
- X
- ईमेल
- दूसरे ऐप
ELSS क्या है? Tax बचाने वाले Mutual Fund की पूरी जानकारी (2025)
- लिंक पाएं
- X
- ईमेल
- दूसरे ऐप
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें